Farmers jam the wheel
आक्रोशित किसानों ने किया चक्काजाम, किसानों ने कहा 40 दिनों से मिल रहा आश्वासन, अन्नदाता मौसम की मार के कारण परेशान हो रहा है

पेटलावद. अन्नदाता कभी मौसम की मार के कारण परेशान हो रहा है , तो कहीं पानी के लिए फसलों को बचाने के लिए किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ा रहा है। 40 दिनों से आश्वासन मिला, पर पानी नहीं। माही परियोजना का पानी रामगढ़ के किसानों को नहीं मिलने के कारण किसानों ने रविवार को थांदला-बदनावर स्टेट हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई । सूचना मिलते ही तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। उसके बाद किसानों को समझाइश देने के लिए सभी ने प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली। अधिकारियों और किसानों के बीच काफी बहस भी हुई।
किसानों का कहना था कि बार-बार उन्हें अपनी समस्याओं को लेकर आंदोलन करना पड़ता है। आज फिर पानी के लिए अधिकारियों की लापरवाही और उदासीनता के कारण हमें आंदोलन करना पड़ा है। बदनावर- रतलाम जाने वाले वाहनों को प्रशासन द्वारा अन्य मार्गों से भेजा गया। करीब 9:30 बजे शुरू हुआ चक्काजाम 11 बजे बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस व राजस्व अधिकारियों की समझाइश और लिखित आश्वासन के बाद खत्म हुआ। इसके बाद स्टेट हाइवे पर वाहनों का आवागमन शुरू हो गया और किसान अपने घरों को लौट गए। माही के एसडीओ एम कुरैशी ने लिखित में किसानों को मंगलवार तक पानी देने की बात कही जिसके पश्चात चक्काजाम समाप्त हुआ। मौके पर तहसीलदार जितेंद्र अलावा, एसडीओपी सोनू डावर, थाना प्रभारी संजय रावत किसानों को समझाने के लिए अपने दल बल के साथ पहुंचे थे।
हम करीब 40 दिन से विभागों के अफसरों को फोन लगा रहे हैं कि साहब फसलें सूख रही हैं और समाचार के माध्यम से भी प्रशासन को हम बता चुके थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी, तो हमें या निर्णय लेना पड़ा।
-राजाराम पाटीदार, किसान रामगढ़
मेरे पास रामगढ़ के किसानों का फोन आया था, उस पर मैंने तहसीलदार से भी बात की और विभाग के अफसरों से भी बात की, लेकिन किसानों की समस्या को कोई नहीं सुन रहा था , लिए चक्काजाम करना पड़ा।
-जितेंद्र पाटीदार , भारतीय किसान यूनियन जिला महामंत्री